संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है। बहुत सारे प्रतिबंधों में ढील दे दी गई है। हालांकि, कोरोना को फैलने से रोकने के लिए अभी कई प्रतिबंध लागू हैं। दुबई में भी बहुत तेजी से सुधार हो रहा है। यहां रिकवरी रेट में बढ़ोतरी हुई है और संक्रमितों की संख्या में बड़ी कमी आई है।  अगर बिना मास्क पहने दिखे तो तीन हजार दिरहम (करीब 60 हजार रुपए) का जुर्माना लगाया जाता है।

69% से ज्यादा ठीक हुए

20 जून तक यहां कोरोना के कुल 44 हजार 533 मामले आए हैं। इसमें 30 हजार 996 ठीक भी हो चुके हैं। पहली बार यहां 69.60% मरीज ठीक हो गए हैं। यहां रोजाना जान गंवाने वाले मरीजों की संख्या में भी कमी आई है। 20 जून को यहां 301 लोगों की जान गई। यूएई में रोज मिलने वाले संक्रमितों की संख्या में 12.36% की कमी आई है। यहां कोरोना के मामलों के डबल होने में 40 दिन लग गए।

नियमों की अनदेखी पर भारी जुर्माना

यूएई की राजधानी अबूधाबी में 23 जून तक मूवमेंट पर प्रतिबंध लगाए हैं। पूरे देश में मास्क लगाना अनिवार्य है। नियमों का कड़ाई से पालन कराने के लिए भारी जुर्माना रखा गया है। अगर बिना मास्क पहने दिखे तो तीन हजार दिरहम (करीब 60 हजार रुपए) का जुर्माना लगाया जाता है।

हाल ही में यूएई के रिसर्च इंस्टीट्यूट ने कोरोनावायरस के इलाज के लिए नई तकनीक विकसित की है। इसमें स्टेम कोशिकाओं के जरिए इलाज किया जा रहा है। मानना है कि यह इलाज कोरोना के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में गेमचेंजर साबित हो सकता है। यहां पर पहले शॉपिंग मॉल, पब्लिक सेक्टर बिजनेस को पहले 30% क्षमता के साथ खोलने की अनुमति दी गई थी, लेकिन वायरस काबू में आते ही अब पूरी क्षमता से सब चल रहे हैं हैं।

शिक्षण संस्थान सितंबर तक नहीं खुलेंगे

जिम, रेस्टोरेंट, सलून और टूरिस्टों के लिए सभी स्थल ग्रीन प्लैनेट, दुबई एक्वेरियम और वाटर पार्क एक बार फिर से टूरिस्टों के स्वागत के लिए खुले हैं। हालांकि, स्कूल और यूनिवर्सिटी सितंबर अंत तक नहीं खुलेंगे। स्टूडेंट्स के लिए ई-लर्निंग प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं। अधिकारियों से अनुमति मिलने के बाद दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी पूरी क्षमता से चलाया जाएगा।

यूएई में करीब 190 से ज्यादा देशों के नागरिक रहते हैं। उनमें से ज्यादातर रोज सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करते हैं। बस और मेट्रो में लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग और हाइजीन के नियमों का पालन करना जरूरी है। महामारी की वजह से यहां कई लोगों की नौकरी चली गई और बहुत सारे लोगों की सैलरी में भारी कटौती की गई।

अर्थव्यवस्था की स्थिति खराब हो सकती है

दुबई में अर्थव्यवस्था अभी बुरी स्थिति में है, अगले कुछ महीनों में हालात बेहतर हो सकते हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि यह पहले से कहीं ज्यादा खराब हो सकता है। दुबई के बड़े इवेंट्स भी कोरोना महामारी के कारण कैंसल हो चुके हैं। 20 अक्टूबर 2020 से शुरू हो रहे दुबई एक्सपो को भी 2021 तक के लिए टाल दिया गया है।



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